भारत से हम क्या सीखें भारत से हम क्या सीखें – Bihar Board Class 10th Godhuli bhag 2 Chapter 3 Solutions Hindi

भारत से हम क्या सीखें Objective QUESTION 2021 | Bharat Se Hum Kya Sikhe Question Answer In Hindi Questions Answer In Hindi Pdf Dowmload

  1. मैक्समूलर का जन्म किस देश में हुआ ?

( A ) भारत

( B ) इंग्लैंड

( C ) जर्मनी

( D ) फ्रांस

मैक्समूलर मात्र …. वर्ष के थे , तभी उनके पिता का देहावसान हो गया

( A ) दो

( B ) तीन

( C ) चार

( D ) पांच

मैक्समूलर का जन्म 6 दिसंबर ……. ई ० में हुआ था

( A ) 1823

( B ) 1824

( C ) 1834

( D ) 1833

सैक्समूलर बचपन में ही …… भाषा में निपुण हो गए थे

( A ) ग्रीक

( B ) लैटिन

( C ) संस्कृत

( D ) A and B

मैक्समूलर ने 18 वर्ष की उम्र में लिपजिंग विश्वविद्यालय में ….. का अध्ययन आरंभ कर दिया था

( A ) ग्रीक

(B ) लैटिन

( C ) संस्कृत

( D ) अरबी

मैक्समूलर ने ‘ हितोपदेश ‘ का किस भाषा में अनुवाद प्रकाशित करवाया ?

( A ) ग्रीक

(B ) लैटिन

( C ) जर्मन

( D ) इनमें से कोई नहीं

मैक्समूलर ने …..का जर्मन पद्यानुवाद किया

( A ) रघुवंशम

( B ) मेघदूत

( C ) हितोपदेश

( D ) कठ

किसने मैक्समूलर को ‘ वेदांतियों का भी वेदान्ती ‘ कहा

( A ) अरविंदों ने

( B ) स्वामी विवेकानंद ने

( C ) रामकृष्ण परमहंस ने

( D ) स्वामी रामतीर्थ ने

महारानी विक्टोरिया ने ….. ई ० में मैक्समूलर को ऋग्वेद , संस्कृत व युरोपियन भाषाओं पर व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया था

( A ) 1868

( B ) 1878

( C ) 1888

( D ) 1898

मैक्समूलर के भाषण से प्रभावित होकर विक्टोरिया ने उन्हें . की उपाधि प्रदान की थी

( A ) सर

( B ) नाइट

( C ) A एवम् B

( D ) इनमें से कोई नहीं

मैक्समूलर का निधन कब हुआ ?

( A ) 1900 ई ० में

( B ) 1901 ई ० में

( C ) 1902 ई ० में

( D ) 1903 ई ० में

‘ भारत से हम क्या सीखें ‘ पाठ का भाषांतरण किया है

( A ) डा ० भवानी शंकर त्रिवेदी

( B ) भवानी प्रसाद मिश्र

( C ) भवानी प्रसाद सिंह

( D ) इनमें से कोई नहीं

“ भारत एक ऐसी फूलवारी है जो हकर्स जैसे अनेक वनस्पति वैज्ञानिकों को अनायास ही अपनी ओर आकृष्ट कर लेती है । ” यह पंक्ति किस पाठ से उद्धृत है ?

( A ) नागरी लिपि

( B ) शिक्षा और संस्कृति

( C ) परंपरा का मूल्यांकन

( D ) भारत से हम क्या सीखे

वारेन हेस्टिग्स को वाराणसी के पास दारिस नामक सोने के सिक्कों से भरा एक घड़ा मिला था

( A ) 172

( B ) 182

( C ) 192

( D ) 162

हमारे यहाँ प्रचलित कहावतों और दन्तकथाओं का प्रमुख स्रोत अब ……. को माना जाने लगा है

( A ) जैन धर्म

( B ) बौद्ध धर्म

( C ) सिख धर्म

( D ) सनातन धर्म

किसके समय में भारत , सीरिया और फिलीस्तीन के मध्य आवागमन के साधन सुलभ हो चुके थे ?

( A ) अंग्रेज

( B )मुगल

( C ) गुप्त सम्राट

( D ) सोलोमन

बौद्ध धर्म की जन्मभूमि है

( A ) भारत

( B ) चीन

( C ) तिब्बत

( D ) भूटान

पारसियों के जरथुस्त्र धर्म की शरणस्थली है

( A ) भूटान

( B ) तिब्बत

( C ) भारत

( D ) चीन

“ संस्कृत भाषा के द्वारा आपको चिन्तन की ऐसी गंभीर धारा में अवगाहन का अवसर मिलेगा जो आपके लिए अज्ञात थी । ” उक्त पंक्ति किसने कही ?

( A) टैगोर

( B ) हजारी प्रसाद द्विवेदी

( C ) रामविलास शर्मा

( D ) मैक्समूलर

किसने कहा कि- ” ग्रीक भाषा से भी संस्कृत का काल पुराना है “?

( A ) गुणाकर मुले

( B ) मैक्समूलर

( C ) भीमराव अंबेडकर

( D ) महात्मा गाँधी

भारत से हम क्या सीखें Subjective QUESTION 2021 | Bharat Se Hum Kya Sikhe Question Answer In Hindi Questions Answer In Hindi Pdf Dowmload

परीक्षार्थियों के लिए निर्देश : -पाठ्य पुस्तकों से आठ लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएँगे जिनमें से पाँच प्रश्नों का उत्तर लिखना अनिवार्य होगा । प्रत्येक प्रश्न दो अंकों का होगा । शब्द सीमा 30-40 रहेगी ।

प्रश्न 1. ‘ समस्त भू मंडल में सर्वविद संपदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश भारत है । लेखक ने ऐसा क्यों कहा है ?

उत्तर -मैक्समूलर ने जब भारतीय जनमानस , भौगोलिक संपदा सांस्कृति विरासत और जीवन शैली पर लगभग सत्रह वर्षों तक शोध किया तो आश्चर्यचकित रह गया । इसी के फलस्वरूप उसने कहा कि ‘ समस्त भू मंडल में सर्वविध संपदा और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण देश भारत है । ‘

प्रश्न 2. लेखक की दृष्टि में सच्चे भारत के दर्शन कहाँ हो सकते हैं और क्यों ?

उत्तर -लेखक के अनुसार सच्चे भारत के दर्शन गाँव में हो सकते हैं क्योंकि भारत के गाँवों में ही प्राकृतिक और प्राचीन भारतीय संस्कृति , भाषा , रहन – सहन आदि के अवशेष गाँव में अध्ययन के लिए मौजूद है , न कि शहर में ।

प्रश्न 3. भारत को पहचान सकने वाली दृष्टि की आवश्यकता किनके लिए वांछनीय है और क्यों ?

उत्तर – लेखक के अनुसार भारत को पहचान सकने वाली दृष्टि की आवश्यकता यूरोपियन लोगों के लिए वांछनीय है क्योंकि प्राचीन भारत ही नहीं आज का भारत भी समस्त विविध समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह सक्षम है ।

प्रश्न 4.लेखक ने किन विशेष क्षेत्रों में अभिरुचि रखने वालों के लिए भारत का प्रत्यक्ष ज्ञान आवश्यक बताया हैं ?

उत्तर – मैक्समूलर ने वनस्पति – विज्ञान , पुरातत्व विज्ञान , भू – विज्ञान , भाषा , इतिहास , साहित्य , कानून शास्त्र अथवा राजनीतिक ज्ञान आदि विशेष क्षेत्रों में अभिरुचि रखने वालों के लिए भारत का प्रत्यक्ष ज्ञान आवश्यक बताया है ।

प्रश्न 5. लेखक ने नीति कथाओं के क्षेत्र में किस तरह भारतीय अवदान को रेखांकित किया है ?

उत्तर – मैक्समूलर ने नीति कथाओं के क्षेत्र में भारतीय अवदान को रेखांकित करते हुए कहा है कि- ” नीति के अध्ययन के क्षेत्र में भी भारत के कारण नवजीवन का संचार हो चुका है । भारत के कारण ही नानाविध साधनों और मार्गों के द्वारा अनेक नीति कथाएँ पूरब से पश्चिम की ओर आती रही है । “

प्रश्न 6. भारत के साथ यूरोप के व्यापारिक संबंध के प्राचीन प्रमाण लेखक ने क्या दिखाए हैं ?

उत्तर – मैक्समूलर ने बाइबिल को दिखाते हुए कहा है कि संस्कृत शब्दों आधार पर मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि हाथी दाँत , बंदर , मोर और चंदन आदि जिन वस्तुओं का व्यापार यूरोप में होता था वह केवल भारत से ही संभव । इसके निर्यात की बात बाइबिल में मिलती है ।

प्रश्न 7. भारत के ग्राम पंचायतों को किस अर्थ में और किनके लिए लेखक ने महत्त्वपूर्ण बतलाया है ? स्पष्ट करें ।

उत्तर – भारतीय ग्राम पंचायतों को सरल राजनैतिक इकाइयों के निर्माण और विकास से संबद्ध प्राचीन युग के कानून के पुरातन स्वरूपों के बारे में जो खोज हुई है उनकी विशेषताओं की परख को राजनीतिज्ञों के लिए महत्त्वपूर्ण बतलाया है ।

प्रश्न 8. धर्मों की दृष्टि से भारत का क्या महत्त्व है ?

उत्तर – लेखक की दृष्टि में धर्म के क्षेत्र में भारत का महत्त्व सर्वोपरि है । इसके अनुसार धर्म का वास्तविक उद्गम इसके प्राकृतिक विकास अथवा श्रीयमान रूप का प्रत्यक्ष परिचय भारत में मिलता है । यह भारत वैदिक सनातन धर्म , ब्राह्मण धर्म वाला तथा बौद्ध धर्म की जननी और पारसी धर्म की शरण स्थली है ।

प्रश्न 9. भारत किस तरह अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है ? स्पष्ट करें ।

उत्तर – इस भूमंडल पर भारत ही एक ऐसा देश है जो अतीत और सुदूर भविष्य को जोड़ता है । यह एक ऐसी प्रयोगशाला है जहाँ नानाविध समस्याओं का समाधान वर्णित है । सीखने – सीखाने संबंधी ऐसी कोई भी बात अन्य किसी देश में नहीं मिल सकती । केवल भारत जैसे प्राचीन देश में ही अतीत तथा सुदूर भविष्य की समस्याओं के समाधान के सुअवसर प्राप्त हो सकते हैं ।

प्रश्न 10. लेखक वास्तविक इतिहास किसे मानता है और क्यों ?

उत्तर- मैक्समूलर के अनुसार वास्तविक इतिहास भारत का इतिहास है क्योंकि मानव इतिहास से संबद्ध अत्यन्त बहुमूल्य ओर उपादेय प्रामाणिक सामग्री का इतिहास भारत का इतिहास है । भारतीय इतिहास के किसी एक अध्याय के बराबर विश्व के किसी भी देश संपूर्ण इतिहास नहीं है । इसका साहित्य भंडार विश्व के अन्य भाषाओं के साहित्य से कम समृद्ध नहीं ।

प्रश्न 11. लेखक ने भारतीय नवांगतुक अधिकारियों को किसकी तरह सपने देखने के लिए प्रेरित किया है और कैसे ?

उत्तर – लेखक ने भारत के लिए नवांगतुक अधिकारियों को “ सर विलियम जोन्स ” की तरह सपने देखने के लिए प्रेरित किया है क्योंकि जो भारत सर विलियम जोन्स के समय में था , वही अब भी है । यहाँ आप एक से बढ़कर एक शानदार अनुसंधान कर सकते हैं ।

प्रश्न 12. लेखक ने नया सिकंदर किसे कहा है ? ऐसा कहना क्या उचित है ? लेखक का अभिप्राय स्पष्ट करें ।

उत्तर – लेखक ने नया सिकंदर विभिन्न क्षेत्रों में अध्ययन अनुसंधान एवं खोज की इच्छा से भारत आने वाले पाश्चात्य जगत के लोगों को कहा है । उनका यह विचार सही है । उनके अनुसार वे लोग सिकंदर की तरह भारत आकर इससे संबंध स्थापित कर सकते हैं ।

परीक्षार्थियों के लिए निर्देश : -परीक्षा में दो दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएँगे जिनमें से किसी एक प्रश्न का उत्तर 50-60 शब्दों में लिखना होगा । यह प्रश्न 5 नंबर का होगा ।

प्रश्न 1. लेखक ने वारेन हेस्टिग्स से संबंधित किस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का हवाला दिया है ? और क्यों ?

उत्तर – मैक्समूलर ने अपने इस आलेख में वारेन हेस्टिंग्स से संबंधित एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना का हवाला देते हुए कहा है कि वाराणसी के पास से उसे 172 दारिस नामक सोने का सिक्का प्राप्त हुआ जिस सिक्के को वारेन हेस्टिंग्स ने इस्ट इंडिया कंपनी के पास इसलिए भेजा था कि दुर्लभ और प्राचीन सिक्का सर्वोत्तम वस्तुओं में गिना जाएगा । मगर उस सिक्के का महत्त्व कंपनी समझ न पाई और गलवा दिया । जब तक वारेन हेस्टिग्स इंग्लैंड गया , सिक्के गल चुके थे । लेखक ने उस दुर्घटना का जिक्र इसलिए किया कि पुनः उसकी पुनरावृत्ति न हो ।

प्रश्न 2. संस्कृत और दूसरी भारतीय भाषाओं के अध्ययन से पाश्चात्य जगत को प्रमुख लाभ क्या – क्या हुए ?

उत्तर – मैक्समूलर के अनुसार- ” संस्कृत तथा अन्य भारतीय भाषाओं के अध्ययन से विश्व के लोगों में पारिवारिक जैसा संबंध बन गया है तथा हम पाश्चात्य जगत वाले जान पाये हैं कि हम मानवों की जीवन – यात्रा कहाँ से प्रारंभ होती है । कौन – कौन सा मार्ग अपनाना चाहिए और कहाँ पहुँचना चाहिए तथा विविध भारतीय भाषाओं का अध्ययन हमें बताता है कि भारत के साथ पाश्चात्य जगत का संबंध बहुत पुराना है ।

प्रश्न 3. मैक्समूलर ने संस्कृत की कौन – सी विशेषताएँ और महत्त्व बतलाएं हैं ?

उत्तर – मैक्समूलर विश्व का पहला ऐसा विद्वान है जिसने सत्रह वर्षों तक संस्कृत भाषा की प्राचीनता और वैज्ञानिकता पर शोध किया और अंत में अपना नाम बदलकर मैक्समूलर से मोक्षमूलर रख लिया । उसने संस्कृत को विश्व की सबसे प्राचीन , वैज्ञानिक और सभी भाषाओं की जननी बतलाया । उसके अनुसार आज की संस्कृत में भी प्राचीनता के तत्त्व भली – भाँति सुरक्षित है । साथ ही यह भाषा अन्य भाषाओं को जानने – समझने का मजबूत आधार है । यह विश्व की अन्य सभी भाषाओं की अग्रजा है जिसके गुण विश्व की लगभग सभी भाषाओं में देखे जा सकते हैं । उदाहरणतः आग को संस्कृत में अग्निः , लैटिन मैं इग्निस तो लिथ्वानियस भाषा में उग्निस बोला जाता है । उसी प्रकार चूहा को संस्कृत में मूषः , ग्रीक में मूस तो लैटिन में मस आदि कहा जाता है ।