देश के युवा पर हिंदी कविता – Best Hindi Kavita/Poem
देश के युवा , देश की शान। सुन लो तुमसे ही है सबकी पहचान।
सही -गलत में फर्क करना सीखो , अपनी एक अलग पहचान बनाना सीखो
क्या देश में दो – चार ही मुद्दे है
करो राम जन्मभूमि का सम्मान , करो अंतराष्ट्रीय मुद्दे पर बवाल
अब समय आ गया कि तुम सरकार से करो सवाल
मत दो हवा राजनीति को , क्योकि तुम न हो किसी के गुलाम
ये भी समझो की तुममे भी है , गुणों की खान।
मानती हूँ सही है , आपकी विदेश घूमने की रणनीति
कभी गांव – गांव भी घूमने की करे राजनीती।
चुनाव आये तो बिहार याद आये
चम्पारण की थारू जनजाति याद आये।
खगड़िया की तेलिहार याद आये
चुनाव जाये तो सब भूल जाये।
भारत -चीनी भाई भाई
Chinese app पर ban लगाओ।
तो क्या रेलवे , ssc स्टाफ chinese ले आओ
सुनो देश की युवा देश की शान
क्यों अपना करियर दाव पर लगाकर करते हाय बीजेपी , हाय कांग्रेस
चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस
इतने सक्षम बनो कि कोई सरकार हिला सको
इतने अक्षम नहीं की कोई तुम्हे हिला सके।
है मेरी भी एक अपनी कहानी
2014 से प्रारम्भ है मेरी तैयारी
आयी न कोई एक भी वकैन्सी
प्रॉब्लम थी ऐज लिमिट
2015 आते आते लगा अब ऐज हो गई कुछ सिख गयी
फिर कोई वकैन्सी मिलेगी मुआबजा के रूप में
था स्वार्थ की अपनी एक पहचान बनानी है
2016 आते आते लगा , अब कुछ न हो पायेगा
2017 आते आते लगा अब ग्रेजुएट हो गयी , अब कुछ लायक मिलेगा
क्या पता था सरकार नालायक मिलेगा।
फिर से खड़ी हुई नयी समस्या
मैं आगे , समस्या मेरे पीछे
क्योकि हाइट नहीं तो कोई swipe नहीं
फिर बीच मजधार में फसी
दो धारी तलवार पर लटकी
हूँ , तो मध्यम वर्गीय से भी निचे की परिवार से , एक कमाय दस खाय
जैसा यही सोच -सोच कर बुरा हाल है
फिर भी मोदी जी की मन की बात बेमिसाल है
हर हर मोदी , घर घर मोदी
वाह जी नारा भी क्या कमाल है
न साधन है , न संसाधन है
फिर भी कुछ अच्छा करने का गुमान है
लोग बोलते कम्पेटेशन निकालना आसान है
चार gs , चार math , चार रीजनिंग , कुछ रट लो फिर देखो क्या मचाते धमाल हो
कहा से लाउ ऐसी पढ़ाई
कम्पेटेशन फील्ड में आने से पहले , एक बुक का नाम न जानती
आज पूरा दुकान कड़ी कर दी
lucent , speedy ,टॉप स्पीडी , घटनाचक्र , प्लेटफार्म , mb , रिमाइंडर , pd
सबको देख देख कर इम्तेहान बहुत हो गयी
घरवाले पूछते और कितने दिन। ………
और कितने दिन। ………..
कभी प्री पार करू , तो Mains में fail
जहा टैलेंट है , वहा नहीं क़द्र
मैं तो नहीं हूँ इतनी भी अभद्र
नीट , आईआईटी , यूपीएससी की होती नियमित परीक्षा
क्यों रेलवे , ssc की होती अनियमित इच्छा
इंतजार की घडी ख़त्म होकर गोल हो गयी
मोदी जी की मन की बात troll हो गयी
इतिहास के नाम पर बाबर – अकबर आते
Math के नाम पर Sin थीटा – cos थीटा आते
बहुत याद कर लिया इंग्लिश का One word
Substituation
अब तो कोई समझ लो हमारा पोजीशन
है आप सभी से अपील
आज देश के युवा एक नारा सार्थक बनाओ ,
सबका साथ सबका विकास , सबका विश्वास , वक्तत्य को आगे बढ़ाओ
Author – Simpi Singh
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