रितेश अग्रवाल का जीवन परिचय – Ritesh Agrwal Biography In Hindi

Ritesh Agrwal Biography In Hindi रितेश अग्रवाल एक ऐसा नाम है। जो इंडिया के सबसे टॉप youngest enterpreneur में है। दोस्तों आज के पोस्ट में हम Oyo founder & CEO रितेश अग्रवाल के बारे में जानेंगे कि उनका जीवन कैसा रहा और उन्होंने इतनी कम age में इतना एक्सपेरिएंस कैसे किया और कैसे उन्होंने ओयो rooms की शुरुवात की इसके बारे में आज हम जानेंगे।

एक बिज़नेस को शुरू करना और उसे सफल बनाना ये सब लोगो की बस की बात नहीं है। बिज़नेस करने के लिए आपको कुछ ऐसा सोचना होगा , जिससे लोगो को कुछ फायदा हो। अब इस तरह के सोच को लाने के लिए एक बिज़नेस माइंड की जरुरत होती है। उस काम को लेकर आप कितना उत्सुक है। और कितना आपके अंदर मेहनत करने की क्षमता है। ये सभी बाते आपके बिज़नेस को सफल बनाने का काम करती है।बिज़नेसमैन की तरह सोचने के लिए इसमें कई लोगो की आधी उम्र निकल जाती है , और ये सोच कई लोगो के मन में होता है , कि बिज़नेस में लोगो की आधी उम्र निकल जाती है और इस बात को गलत साबित कर दिया है , Ritesh Agrwal ने।

रितेश अग्रवाल का जीवन परिचय

Ritesh Agrwal Biography in hindi : Ritesh Agrwal का जन्म 16 Nov 1993 मे हुआ था , उनका जन्म बिसम कुट्टक ओडिशा में हुआ था। वो एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे। उनके परिवार में उनके अलावा माता पिता और भाई बहन है , वैसे इन्हे बचपन से बिज़नेस के बारे में जानने की काफी रूचि थी। जब एक बार उनसे क्लास में ये पूछा गया कि बड़े होकर क्या बनना है , तो उनका जवाब सुनकर सभी हैरान हो गये थे ,

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कौन सा जवाब दिया तो उन्होंने ये कहाँ की वो बड़े होकर enterpreneur बनेंगे और ऐसे में इतने कम उम्र के लड़के ने ये बोला तो कोई भी हैरान होगा। अगर आप ये पूछे किसी 8,9 ,10 standard के बच्चो से तो उन्हें इस शब्द के बारे में कुछ पता ही नहीं होगा

हां मेरे कहने का मतलब ये नहीं है की किसी को पता नहीं होगा कुछ को ही पता होगा इसके बारे में अगर आप इसके बारे मे नही जानते है तो आप यहाँ से क्लिक करके इसके बारे मे जान सकते है Entrepreneurship क्या हैं , Entrepreneur क्या होता है ? उनकी माँ एक हाउस वाइफ है , पिता infrastructure corporation के साथ मिल कर काम करते है। रितेश अग्रवाल ने अपनी पढ़ाई sacred heart स्कूल में पूरी करी जो की ओडिशा में थी।

Ritesh Agrwal Biography In Hindi

दोस्तों अब तक हमने रितेश अग्रवाल के बारे में कई बाते जान ली , तो चलिए क्यों न अब उनके ओयो स्टार्टअप के बारे में थोड़ा जान लेते है कि ओयो के स्टार्टअप के बारे में।

रितेश को बचपन से ही घूमने जैसे कि उन्हें ट्रैवेलिंग का शौक था। जब भी वो travel करते थे , तो उन्हें एक दिक्कत आती थी , वो दिक्कत ये होती थी , की वो जहा घूमने के बाद रेस्ट के लिए ठहरते थे। वही पर उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था , जैसे रूम के बाथरूम वगैरा बहुत गंदे हुआ करते थे और रूम के मालिक से शिकायत करने पर उनकी मनमानी चलती थी। इससे रितेश को काफी अच्छा नहीं लगा। और वो जब भी कम पैसे वाले रूम लेते तो उस घर का हाल बहुत खराब रहता था।

इससे रितेश के दिमाग में एक सुझाव आया , की क्यों न कम पैसो में लोगो को अच्छी सुविधा दी जाये , उन्होंने एक जगह पर इस पर कोशिश की और उनका काफी फायदे हुए , जिससे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली और उन्होंने ने धीरे धीरे कई छोटे छोटे होटल में थोड़े बहुत पैसे लगाकर उसकी हालत में काफी सुधार लायी। जिससे यात्री को कोई परेशानी न हो।

उन्होंने बाथरूम वगैरा सब की अच्छे से मरमत करवाई और लोग ऐसे होटल को काफी पसंद करने लगे और हमेसा उनके पास ऐसे बुकिंग आने लगे। और जब इसका ग्रोविंग बढ़ने लगा तब उन्होंने ने इसे इंटरनेट के साथ भी जोड़ा जैसे उन्होंने ओयो के एप्प , वेबसाइट को लांच किया जिससे लोगो को और भी सुविधा होने लगी। इस तरह उनका एक छोटा सा स्टार्टअप आज दुनिया में काफी प्रचलित है , आज बस इंडिया में ही नहीं बल्कि कई देशो में इसका ब्रांड है।

वैसे जैसे मैंने यहाँ आपको कुछ ही शब्दों में बताया है , लेकिन ये इतना आसान काम नहीं होता है। उनको इसके लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा जैसे उन्हें जब पहली बार oravel की शुरुवात की जो आगे चलकर ओयो बन गया। उसके लिए उनके पास पैसे नहीं थे उसके लिए उन्होंने ने कही कही से 60000 पैसो का जुगाड़ किया और गुड़गांव में एक होटल की मदद से शुरू किया |

अब उनको अपने कम्पनी को आगे ले जाने के लिए आर्थिक सहायता की जरुरत पड़ी , तो उसके लिए उन्होंने 20 under 20 theil फ़ेलोशिप के बारे में पता चला जिसकी शुरुवात paypal के फाउंडर पीटर theil ने किया इसमें 20 साल से काम उम्र के 20 enterpreneur को चुना जाता है ,

और इसमें 100000$ तक की राशि प्रदान की जाती है। जिसमें रितेश को चुन लिया गया और उससे उन्होंने ने कई जगहों पर अपने स्टार्टअप को लांच किया। साथ ही आज इनके होटल को कई देशो में लांच कर दिया गया है। आज ओयो रूम्स की संख्या की तादात दिन दिन बढ़ती ही जा रही है। आज ओयो फाउंडर रितेश अग्रवाल भारत के सबसे छोटे उम्र में बनने वाले है।

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