इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है ? अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन

Helo dosto , और आज के इस article के through मैं आपको space station क्या हैं ,और ये क्यों खास हैं इसके बारें में मैं आपको पूरी जानकारी आज के इस article में देने वाला हूँ ,

फ्रेंड्स आपने स्पेस स्टेशन के बारें में तो सुना ही होगा ,आपके मन में इसको लेकर कई सवाल और मन में जिज्ञासा उत्पन्न होती होंगी ,friends चिंता की कोई बात नहीं हैं ,मैं आज के इस ब्लॉग के इस article में इसके बारें में आपको और जानने की जिज्ञासा को बढ़ा दूंगा ,

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है ?

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन क्या है ?

dosto space station एक ऐसा space में स्थित station हैं ,जिसे इंसानो की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया हैं ,जिससे की इसमें इंसान रह सके ,स्पेस स्टेशन को orbiter station भी कहा जाता हैं ,orbiter का मतलब यह होता हैं कि ,

किसी स्थान के चारो ओर चक्कर लगाना। और यह space station पृथ्वी के चारो ओर चक्कर लगाता हैं ,इसलिए इसे orbiter station भी कहते हैं। 

dosto space station एक ऐसा station हैं ,जिससे earth से कोई space craft जाकर उससे जुड़ सकता हैं ,इसके आलावा इसमें इतनी क्षमता होती हैं ,कि इस पर अंतरिक्ष यान उतारा जा सके।

इन्हे पृथ्वी की low orbit कक्षा में ही स्थापित किया जाता हैं ,जहां से पृथ्वी (earth) के बारें में और space के बारें में और रहस्य्मयी जानकारिया हासिल की जा सके।

स्पेस स्टेशन कितने है

dosto ab Apke man mei ye sawal utha hi hoga ,स्पेस स्टेशन की संख्या कितनी हैं , फ्रेंड्स पहला स्पेस स्टेशन ,Nasa और यूरोपीय स्पेस एजेंसी द्वारा भेजा गया हैं ,जिसका नाम international space station दिया गया हैं ,और यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्थायी रूप से निवास करने के लिए  भी हैं ,

फ्रेंड्स वैसे तो चीन ने भी स्पेस स्टेशन बनाने में छलांग मारी,लेकिन उसका स्पेस स्टेशन में खराबी की वजह से वो स्टेशन खराब हो कर धरती पर आ गिरा लेकिन इससे जान माल को कोई नुकसान नहीं पंहुचा ,क्योकि स्पेस स्टेशन के टुकड़े आसमान में जल कर खत्म हो गया ,

दोस्तों चीन का तिंगआंग -2 का परिचालन तो वे कर रहे हैं ,लेकिन उसे अभी स्थाई रूप से अंतरिक्ष यात्रियों के लिए निवास नहीं कहा जा सकता। 

स्पेस स्टेशन महत्वपूर्ण क्यों है


दोस्तों ,international space station अंतरिक्ष में उड़ता हुआ एक satelite की तरह काम करता हैं ,यह scientist के लिए research करने का ठिकाना भी हैं यहा पर scientist रिसर्च करते हैं ,ताकि space के बारें में कुछ और जानकारिया जानी जा सके ,इसे अंतरिक्ष में छोटे -छोटे टुकड़ो में ले जाकर इसके orbit यानि कक्ष में ले जाया गया ,

2 नवंबर 2000 से लगातार इस के ऊपर scientist काम कर रहे हैं ,इसमें कई solar panel लगे हुए हैं ,और इसका वज़न लगभग 3 लाख 91 हजार kg हैं और इसमें 6 अंतरिक्ष यात्री 6 महीनो तक रह सकते हैं। 

हमेशा लगाता रहता हैं पृथ्वी का चक्कर: 


international स्पेस स्टेशन पृथ्वी से लगभग 248 मील की औसत ऊंचाई पर उड़ता हैं। यह 90 min में लगभग 17,500 मील प्रति घंटे की स्पीड से हमारी पृथ्वी का चक्कर लगाता हैं .

एक दिन में यह इतना चक्कर लगाता हैं .जितनी चाँद से आने और जाने में लगती हैं ,इस प्रोजेक्ट पर जापान,रूस ,कनाडा की स्पेस एजेंसी काम कर रही हैं .

I hope की आपको यह आर्टिकल पसंद आये ,अगर आपको इससे सम्बंधित कोई सवाल पूछना हैं तो नीचे कमेंट कर जरूर अपना सवाल पूंछे मैं आपके सवाल का जवाब जरूर दूंगा।

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